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“राख की रानी”

Creativity_Pooja
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Synopsis
Synopsis: “राख की रानी” एक बार एक प्यारी और उजली रानी थी, जिसे महल और दरबार में सभी ने चाहा। लेकिन उसी महल में उसे उसके ही विश्वासघातियों से धोखा मिला। उसके प्यार और ताज को जला दिया गया, और उसकी आत्मा राख में बदल गई। राख से उठकर वह लौटी — अब सिर्फ बदले की आग उसके भीतर जल रही थी। जंगल और महलों से होकर उसने अपने विश्वासघाती दुश्मनों तक अपनी ताकत पहुँचाई। अंधेरी जादू और क्रोध के संगम से उसने अपने दुश्मनों को धराशायी किया। अंततः, उसने न केवल बदला पूरा किया, बल्कि नई सत्ता की नींव रखी, जहाँ न्याय और शक्ति दोनों का साम्राज्य था। रानी अब अकेली नहीं थी; उसकी मौजूदगी खुद में चेतावनी बन गई — विश्वासघात और अन्याय करने वालों के लिए एक अनंत डर। “राख की रानी” एक कहानी है, जहाँ दर्द, धोखा, बदला और शक्ति एक साथ जले और एक नई शुरुआत का सूत्र बने।
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Chapter 1 - Promise of reborn

अध्याय 1: पुनर्जन्म का वचन

कभी वो रानी थी, चाँद-सी उजली,

जिसकी हँसी से महल भी खिल उठते थे।

मगर धोखा मिला — अपने ही ने दिया,

जिसे उसने ताज पहनाया, उसी ने जहर पिलाया।

रात के अंधेरों में जल गई उसकी साँसें,

पर उसकी रूह नहीं मरी,

वो राख में बदली,

और वहीं लिया उसने बदले का वचन —

"अब मेरा प्यार नहीं, मेरा क्रोध राज करेगा!"

हज़ार साल बाद, जब चंद्र ग्रहण हुआ,

राख का तिलिस्म टूटा —

और वो लौटी…

काली आँखों में बिजली, होंठों पर मुस्कान,

और दिल में सिर्फ एक नाम — धोखेबाज़ राजा का अंत!